
करुण नायर ने 8 साल बाद भारतीय टीम में वापसी की है. उन्होंने अपने संघर्ष की कहानी सुनाई, जिसमें आईपीएल और काउंटी क्रिकेट में निराशा झेलनी पड़ी. 2018 में टीम से बाहर होने का दर्द आज भी है.

करुण नायर को पिछले इंग्लैंड दौरे पर बाहर होने का दर्द आज भी होता है.
यह नायर के लिए सबसे बुरा दौर 2018 का था जब उनको भारतीय टीम से बाहर कर दिया गया. इसके बाद वो कर्नाटक राज्य टीम से भी बाहर निकाल दिए गए थे. मिडिल-ऑर्डर बल्लेबाज इंग्लैंड में खुद को साबित करने के लिए पहले से ही बेताब थे. जहां उन्हें 2018 के इंग्लैंड दौरे पर बिना मौका दिए ही बाहर कर दिया गया था. इसके बाद खेलना का जो भी मौका मिला उसे स्वीकार कर लिया.
उन्होंने कहा, “मैं लगातार कोशिश करता रहा और किसी ने मुझे कॉन्ट्रैक्ट नहीं दिया. 2018 के बाद से मैं हमेशा दिखाना चाहता था कि मैं इंग्लैंड में खेल सकता हूं. जहां मैं था वहां से मानसिक रूप से यह बहुत कठिन था. मैं उठता और खुद से पूछता कि मैं यहां कैसे पहुंच गया लेकिन मुझे इसे सहना और खेलना और ट्रेनिंग करनी थी. यह ऐसा था जैसे चैंपियंस लीग खेलने से कुछ सालों में नॉन-लीग से भी नीचे खेलने जाना. अन्य खिलाड़ी मुझे बताते थे कि मुझे काउंटी क्रिकेट खेलना चाहिए और मुझसे पूछते थे कि मैं यहां क्यों खेल रहा हूं,” उन्होंने जोड़ा.
15 साल से ज्यादा वक्त से खेल पत्रकारिता से सक्रिय. Etv भारत, ZEE न्यूज की क्रिकेट वेबसाइट में काम किया. दैनिक जागरण वेबसाइट में स्पोर्ट्स हेड रहा. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और फुटबॉल वर्ल्ड कप कवर किया. अक्टूब…और पढ़ें
15 साल से ज्यादा वक्त से खेल पत्रकारिता से सक्रिय. Etv भारत, ZEE न्यूज की क्रिकेट वेबसाइट में काम किया. दैनिक जागरण वेबसाइट में स्पोर्ट्स हेड रहा. ओलंपिक, कॉमनवेल्थ, क्रिकेट और फुटबॉल वर्ल्ड कप कवर किया. अक्टूब… और पढ़ें
Discover more from IPL FAN ZONE
Subscribe to get the latest posts sent to your email.